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सोचिए, 565 अलग-अलग रियासतों के साथ सौदा पक्का करना — बिना E-mail, बिना Zoom Call, बिना LinkedIn Premium के। सिर्फ़ हिम्मत, समझदारी और ज़बरदस्त बातचीत का हुनर। यही काम सरदार ...
11 अगस्त 1942 देश का वो दौर जब, अंग्रेजों ने बापू और पंडित नेहरू को जेल में डाल दिया। सबने सोचा क्रांति की लौ कम हो रही है लेकिन कहीं, ...
सोचिए, सिर्फ़ नमक बनाने के लिए 240 मील पैदल चलना पड़े! सुनने में नामुमकिन लग सकता है,, पर इस एक क़दम था जिसने आज़ादी की लड़ाई ...
सड़कों से बचाकर लाई गईं ये दो हथिनियाँ, आर्या और ज़ारा! आज मथुरा में एक-दूसरे का सहारा हैं। एक नहीं देख सकती, दूसरी उसका रास्ता बनती है। इनकी दोस्ती सिर्फ़ ...
जब जिंदगी ने हरप्रीत को तोड़ने की कोशिश की — इन परिंदों ने उन्हें फिर जीना सिखाया। पंजाब की हरप्रीत कौर बीते 10 सालों से 200 ...
मेघालय के दिल में बसी है एक पुरानी लेकिन ज़िंदा होती परंपरा जिसे पेड़ों ने और इंसानों ने मिलकर गढ़ा है। इन्हें कहा जाता है — ...
केरल के अखिल और अमृता की लव स्टोरी बेहद खास है। दस साल की उम्र में Burn Victim बनीं अमृता को लगा नहीं था कि कोई उनके चेहरे से ...
21 साल की उम्र में, पुरुषों की तरह कपड़े पहने हुए, हाथ में पिस्तौल और potassium cyanide। आज वो ब्रिटिश क्लब पर धावा बोल रहे ...
कारगिल की लड़ाई में देश की रक्षा करते हुए अपना हाथ और दोनों पैर खो दिए, लेकिन न तो देश की सेवा का जज्बा कम हुआ न ही जिंदादिली ...
स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूंगा”:flag-in: लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक के इस नारे ने पूरे देश को जगाने और ...
सोचिए एक घर की छत पर कितने तरह के फूल उगाए जा सकते हैं, आपका जवाब होगा,पचास, साठ या सौ तरह के, लेकिन केरल की अंजू ने घर की छत ...
3. हीना अली के काम को नई पहचान मिली बचपन से ही घर में गरीबी के कारण, महाराष्ट्र की हीना अली ने दूसरों के घरों में काम करना शुरू कर दिया था। साफ़-सफ़ाई और ...
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